सोशल मीडिया में हिन्दी और उसका स्वरूप

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Kiran Watti Keshav Patel

Abstract

वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में देश में इंटरनेट की उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ ने लोगों को सोशल मीडिया की और तेजी से आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ किया है। आज भारत पूरे विशà¥à¤µ में इंटरनेट के उपयोग के हिसाब से  तीसरे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर है तो फेसबà¥à¤• के इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² में पहले सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर है। भारत में सोशल मीडिया के बढते उपयोगकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं की संखà¥à¤¯à¤¾ के कारण अब अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मंचों को उपभोकà¥à¤¤à¤¾à¤“ं तक अपनी पहà¥à¤‚च बनाने के लिठलोगों की अपनी भाषा में संवाद की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ महसूस हà¥à¤ˆà¥¤ हिंदी ना सिरà¥à¤« हमारी भाषा है बलà¥à¤•à¤¿ भारत और भारत से जà¥à¤¡à¥‡ कई लोगों की उपयोगिता भी है, यही कारण है आज समूचे बाजार में हिंदी सबसे पà¥à¤°à¤¿à¤¯ भाषा बन गई है। गà¥à¤¬à¥‹à¤²à¤¾à¤‡à¤œà¥‡à¤¶à¤¨ के इस दौर में अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ चाहे जितनी भी ताकतवर हो पर आपका काम हिंदी के बगैर नहीं चल सकता। यही कारण है मोबाइल के à¤à¤¸à¤à¤®à¤à¤¸ से लेकर सोशल साइट की दीवारों तक, रोमन से लेकर देवनागरी तक, à¤à¤‚डà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¡à¤¼ सिसà¥à¤Ÿà¤® से लेकर आई फोन के आईओà¤à¤¸ तक काम हिंदी में ही करना पड़ता है। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोध पतà¥à¤° में सोशल मीडिया में हिनà¥à¤¦à¥€ के उपयोग और उसके पà¥à¤°à¤­à¤¾à¤µ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया गया है। शोधारà¥à¤¥à¥€ ने इसके लिठदà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚तो की सहायता और सोशल मीडिया का वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया है।

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